Tuesday, April 12, 2011

हम हैं अन्ना के हजारों हाथ

भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन में अन्ना देशभर में अलख जगाने के लिए अपने पैतृक गांव से रवाना होंगे। अन्ना न तो पहले अकेले थे न अब हैं। वे लोगों के दिलों में बसे हुए हैं। उनकी आवाज आम भारतीय की आवाज है और उनका फैसला पूरे हिंदुस्तान का फैसला है। उनके अभियान और काम में हम सब उनके हजारों हाथ हैं।
पं. शैलेंद्र जोशी, इंदौर

No comments:

Post a Comment