भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन में अन्ना देशभर में अलख जगाने के लिए अपने पैतृक गांव से रवाना होंगे। अन्ना न तो पहले अकेले थे न अब हैं। वे लोगों के दिलों में बसे हुए हैं। उनकी आवाज आम भारतीय की आवाज है और उनका फैसला पूरे हिंदुस्तान का फैसला है। उनके अभियान और काम में हम सब उनके हजारों हाथ हैं।
पं. शैलेंद्र जोशी, इंदौर
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